-ख़ुदा से शिकायत- तूने मेरी ज़िन्दगी को ,मेरी ज़िन्दगी मे लाकर, मुझे ज़िन्दगी तो दी पर उस ज़िन्दगी को,मै अपनी ज़िन्दगी बना सकूँ,ऐसी ज़िन्दगी क्यूँ नही दी। अब इतनी रहमत कर कि वो मेरी ज़िन्दगी,मेरी ज़िन्दगी में आ के खेले,ना कि मेरी ज़िन्दगी से खेले अब या तो तू उसे मेरी ज़िन्दगी में लेले,या फ़िर मेरी ज़िन्दगी ही लेले। #zindagi