मुसीबतों को होटों पर लगाकर मैंने धुंआ निकाला ही था कि ऐश बनने से पहले वो दूर उस खम्बे के पास नज़र आये, मानो उसी पल से कुछ ऐसा हुआ जैसे मेरी परेशानियों का किसी न जॉइन्ट बना दिया हो। #Nojoto #PoemOfSahayak #PoemFromKash #Nojotothoughts