हंसने पे क्या पता था, जोकर बताएंगे! अब जिस को ज़ो बताएंगे, रोकर बताएंगे! उस दर पे हम गिरे तो थे, सज़्दे के वास्ते,, लेकिन किसी ने पूछा तो, ठोकर बताएंगे! # charag sharma# ©Azeem Khan #charag sharma poetry#