"झुंटी चकाचोंन के लिये ,हमने लोगों को अपना घर जलाते हुए ,देखा है एक गुल के लिये ,गुलदस्ता खरिद्ते हुए, देखा है हंसी मजाक सिर्फ नुककड पर नहीं, होता दोस्तो कुछ लोगो को हमने, मय्यत मे भी हसते हुए देखा है." #शायर#योगेश#राहत#मय्यत#हंशी