"व्यक्तित्व" "हम वो है, जो बाप के दम पर उछला नहीं करते, और सरीफों को सताया नहीं करते । जब ठान लेते है, कुछ करने का, तो अपना दुःख दर्द जताया नहीं करते । किसी से बेफ़िजूल उलझना हमारा शौक नहीं, अगर हमसे कोई उलझे, तो उसकी खैर नहीं । माँ से सीख मे करुणा, व पिता से साहस मिला, अब अपना मुकाम बनाने, मैं बेसुध चला । रास्ते के कंकड़ पत्थर, खुद है छाटने, अब न किसी का साथ चाहिए, व न सुनना है, बहाने । एक दिन चमकूंगा, मैं सूरज सा, यही मेरी नियति और अधिकार सा। अब मुझे न रोकेंगी किसीकी बलाएँ, क्योंकि साथ है, मेरे, माँ-बाप की दुआएँ। जब चर्चाओं मे नाम चलेगा, हूँ ब्राम्हण, ऊँची गोत्र का, अभिमानी!, चारों ओर गूंजेगा। यूँ तो, अनेक नाम है मेरे लेखक व कवि के तौर पर, पर सबसे उप्पर, ऊतई का महाराज 🚩चलेगा। - ईशान शर्मा (रचनाकार)✍ ©Ishan Sharma #व्यक्तित्व_😇✍