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ख़ाक और राख़ होने पे बस इतना फ़र्क है, लोग ख़ाक ह

ख़ाक और राख़ होने पे बस इतना फ़र्क है,
लोग ख़ाक  हमे जीते जी करते है।
और राख़ मरने के बाद।
#अल्फ़ाज़ #alfaz
ख़ाक और राख़ होने पे बस इतना फ़र्क है,
लोग ख़ाक  हमे जीते जी करते है।
और राख़ मरने के बाद।
#अल्फ़ाज़ #alfaz