" इजहार-ए इश्क़ " लब नही उसकी नजरें इजहार-ए इश्क़ करती है, वो जब भी देखती है, तभी हमे मदहोश करती है... बसर उसके दर-बा-दर ही हमे जिंदगी लगती है, वो शख्स हमे इस दुनियां मे सबसे प्यारी लगती है... इजहार ए इश्क़ अब जरूरी नही, लाजमी नही है, हम पर तो उसकी नजर भर बसर असर करती है... मैं लिखता हूँ हर रोज.. उसे अपने दिल-ए खूँ से, वो इबादत सी,मेरे दिल मे हरदम बरकत करती है... ©kabir pankaj #girlfriendproposeday #Poetry #Quotes #propose #ValentineDay #write