टीम-काव्यांजलि द्वारा कोरा काग़ज़ की प्रतियोगिता हम लिखते रहेंगे के लिए आठवें दिवस की रचना जिसका शीर्षक है :- आख़िरी ख़्वाहिश सौभाग्य मिले मातृत्व का, यह "अभिलाषा" हर नारी स्वरूपा की। वह करवट बदले गर्भ में मैं "क़िस्से" सुनाऊँ,