मुझमें क्यों विकल करते हो छोड़ दो मुझे 'अकेला' यह मेरी व्यसन है हाँ मैं सुखी हूँ सरकार का सेवक हूँ कल्याणकारी सरकार का कुछ भी मानक के विपरीत नहीं कागजी जीवन है झंझावत से पृथक 'अकेला' यह मेरा सबकुछ है। तुम जिस भीड़ के स्वप्न देखते हो भगवान ऐसी लाचारी मुझे न दें तुमको शुभ हो,तुम्हारी क्रांति छोड़ दो परमार्थ मुझे 'अकेला'! विद्रोह हमारा मूल गुण! तुम कौन हो मैं कौन हूँ। #तुमकौनहो #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #yqbaba #inspiration