ए काश हम तुम्हारा आईना हो जाएं तुम्हें सजता,सवरता और हर रोज देख पाएं। तुम ओझल ना हो हम से हम तुम्हारे इतने करीब हो जाएं। और वजह अपने जज्बातों से महज बताएं नहीं। तुम्हें सब दिखलाएं और हमारे एहसास भी तुम्हें हुबहू नजर आएं।। ©Alok krishya #Mirror