रूहे इश्क तू बरस बरसते जा नफरत से बनी ये जमी ये आसमा दिलों में सुकून और प्यार की बरसात कर तू है खुदाई खिद्दमतगार तू फरिश्ता खुदाई का तू ही प्यार कर तू ला शफा तू बन जा उसी का पासबान कैसे गुज़र करे 🍁🍁 #yourquotebaba #yourquote #violence #yqpoetry #kamranzafar Collaborating with Kamran Zafar#zafar kamran