कैसा मच रहा कोहराम है ट्रेने जल रही सरेआम है डरी हुई सी शाम हैं जैसे कोई युद्ध विराम हैं पूर्ण वसुधा जंग का मैदान है ये किस भारत की संतान है #कोहराम