वो बरसात का दिन था मैं रोता हुआ घर आया था, मुझे याद है उस दिन उसने बिन बात के ही रूठने की आदत है किसी अपने का साथ पाने की चाहत है आप खुश रहें, मेरा क्या है मैं तो आइना हूँ, मुझे तो टूटने की आदत है।