दूसरों की कमियां तो बहुत निकाल ली, कभी खुद की कमियों का भी हिसाब रखा करो। बहुत ले लिए मजे दूसरों की नाकामयाबी के, थोड़ा अपनी हार का भी हिसाब रखा करो। बहुत झांक लिए दूसरों के घरों में , थोड़ा अपने घर का भी हिसाब रखा करो। बहुत कर लिया हस्तक्षेप दूसरों की जिंदगी में, थोड़ा अपनी जिंदगी का भी हिसाब रखा करो।। ©Vineeta Singh #life #hisabrakhakaro