शिव बस तू अपने तक पहुँचने का मार्ग बता, सिर्फ तेरा ही चरण मेरा ठिकाना, मुझमें ना इतना आत्मविश्वास ना आत्मज्ञान हैं, हे भोलेभण्डारी,बस तू अपने पास बुला, ना रिश्ते मुझे रास आते,ना दुनिया दारी समझ आती, नाकाम सी लगती हैं,बोझ जिंदगी,कोई ऋण हैं जीने का तो उतार कर बुला लें, बहुत भटका हूं खुद की तलाश में विषधर हो सके तो, जीवन के जीने जाने के विष से मुझे बचा लें, महेश मुझे दुनिया में बसे महान आडम्बर से मुक्त करा दे, ये आत्मा तेरी चरणों में रख दूं, इन झूठे इंसान से मेरा मोहभंग करा दें। जय भोलेनाथ की, फिकर ना कर किसी बात की।