Nojoto: Largest Storytelling Platform

कोरा कागज़ नहीं पूरी किताब हूं मन के अहसासो को लिख

कोरा कागज़ नहीं पूरी किताब हूं
मन के अहसासो को लिखती बेहिसाब हूं

कभी अतीत की याद कभी वर्तमान बातो को
और जो पूरे न हो सके वो लिखती ख्वाब हूं

खुद ही पूछती हूं खुद को ही बताती हूं
अपने हर प्रश्न का लिखती जवाब हूं

माना की कमियां है मुझमें अभी बहुत
शुक्रिया उनका जो कहते है मैं लिखती लाजवाब हूं

©vineetapanchal
  #laajwaab #kagaj #kitaab