बिछड़ेंगे तुझसे भी तो क्या बिछड़ेंगे, देखना क़यामत में हम आ मिलेंगे, इस आग में हमको जलायेगी दुनिया, कुछ दिन लगेंगे फिर हरा हरा लगेंगे। ग़र रखेगा हमको इन पैरों के नीचे, ज़ख्म भर जाएंगे तो रस्ता बनेंगे, जीतेजी कोई न पूछे अल्फाज़ों को, मर जाएंगे और हम ख़ुदा बनेंगे, सरकारें आती हैं आती रहेंगी, देकर पैसे नेता जीता करेंगे, #bichhedegetujhse #ishq #nojotoghaza #shayari