ज़िंदगी 'एक सफर'-Rap खोट में जिंदगी नही, ज़िन्दगी में खोट है रोड में खड्डे की खड्डे में रोड़ हैं है जज़्बा तो.....तो बड़ा झटका भी, मामूली सी चोट है जीवन इतना सरल नहीं, हर चीज़ में खींच फरोत है जिंदगी की रेस में... वही बंदा बढ़ता है, जो कम अकड़ता है, सड़ता है, फड़ता है, मुश्किल से लड़ता है.... ज़िंदगी से आंखें चार करता है... आंखें चार करता है.... करता है करता हैं.... Written by- Manas Raj Singh ज़िंदगी 'एक सफर'-Rap खोट में जिंदगी नही, ज़िन्दगी में खोट है रोड में खड्डे की खड्डे में रोड़ हैं . है जज़्बा तो.....तो बड़ा झटका भी, मामूली सी चोट है जीवन इतना सरल नहीं, हर चीज़ में खींच फरोत है जिंदगी की रेस में... वही बंदा बढ़ता है, जो कम अकड़ता है,