पुकार↝ करती वसुंधरा यह पुकार, वीर- सपूतों को ललकार उठा लो शमशीरे- तलवार, ना हो देश पर वार | गूंज उठे आसमान में, तलवारों की झनकार, रख लो हाथों में, वीरों तुम अंगार करती वसुंधरा यह पुकार वीर- सपूतों को ललकार|| यह परीक्षा है साहस की, आज है जरूरत -देश से चाहत की| कसम है तुम्हें, भारत मां के लाल, आज दिखा दो तुम, अपना रूप विकराल करती वसुंधरा यह पुकार वीर सपूतों को ललकार|| ©SANGHARSH KE MOTI #RepublicDay पुकार↝ करती वसुंधरा यह पुकार, वीर- सपूतों को ललकार उठा लो शमशीरे- तलवार, ना हो देश पर वार | गूंज उठे आसमान में, तलवारों की झनकार, रख लो हाथों में, वीरों तुम अंगार करती वसुंधरा यह पुकार वीर- सपूतों को ललकार||