कच्चे धागे से रिश्ते गर दिल से होते तो होते हैं सच्चे जो तौले इनको वे कम अक्ल कच्चे होते काँच जैसे ये रिश्ते टूटकर बिखर जाते पड़ जाता गाँठ बीच इनके कच्चे धागे की तरह उलझ जाते हर रिश्ते फ़िर ना खुले ये गाँठ ताउम्र फ़िर दिल को चुभते दिल के रिश्ते होते पक्के ताउम्र निभाने वाले रिश्ते एक शक की सुई अविश्वास से झट से एक बार में टूटते नाज़ुक रिश्ते की डोर असावधानी से टूटते मज़बूत रिश्ते की डोर सावधानी से टिके रहते दिल के मज़बूत धागे प्रेम विश्वास से बांधे हमारे रहते सारे रिश्ते ये और मज़बूत और पक्के होते ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1019 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।