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जब पिता जी अपने कांधे पर मुझे बिठाते थे, तब ऐसा लग

जब पिता जी अपने कांधे पर
मुझे बिठाते थे,
तब ऐसा लगता था मानो की
आसमां को छू रहा हूं।।

©Abdhesh kumar #my #parents my God
जब पिता जी अपने कांधे पर
मुझे बिठाते थे,
तब ऐसा लगता था मानो की
आसमां को छू रहा हूं।।

©Abdhesh kumar #my #parents my God