पग-पग सिखाती है कुछ नये ढंग, ये जिन्दगी..
पल-पल दिखाती हैं कुछ नये रंग, ये जिन्दगी..
किसको कहूँ पराया, किसे कहूँ मैं अपना..
हर घड़ी मुझको बताती है, ये जिन्दगी..
टेड़े-मेढे, ऊँचे-नीचे रास्तों पर है मंजिल..
रास्तों पर चलना सिखाती है, ये जिन्दगी..
जो कल गले मिले आज पहचानते नही..
ऐसे-ऐसे लोगों से मिलाती है, ये जिन्दगी.. #nojotophoto