कब आओगे..? नहीं पूछना चाहती / बस इक अधूरी ख्वाहिश के पीछे खुद को नहीं भूलना चाहती / तुम बसर कर रहे हो मन मेँ ये बहुत है इस मुक़्क़मल जिंदगी के लिये..! #ishkwishk💞