कौन-सी , जुनुनियत के लोग थें वो । इतना दीवानापन , कहां से लाएं देश के लिए वो । जितनी बार , पैदा चाहें इस जमीं पे । उतनी दफा , सरजमीं पे मरने को तैयार ये । जानें कोन-सी , सुकूं रास आतीं हैं इन्हें । जिंदगी के बजाए , मौत को गले लगाने में हासिल इन्हें । जानें कोन-स , स्वाद-ए-ऐहसास मिलें इन्हें । जो , इस मिट्टी के चूमने से मिलें इन्हें । कौन-सी , जुनुनियत के लोग थें वो । इतना दीवानापन , कहां से लाएं देश के लिए वो । ©Anuradha Sharma #solider #jawaan #deshbhakti #country #loveforcountry #urdupoetry #urdu #yqquotes #Nojoto #RepublicDay