मैं तुम्हारी जीवनसंगिनी तुम्हारी कल्पना का स्वरूप, मैं तुम्हारी जीवनसंगिनी। आई तुम्हारे विश्वास को थाम, मैं तुम्हारी जीवनसंगिनी। तुमसे जुड़ा हुआ हर रिश्ता है अब मेरा, मैं तुम्हारी जीवनसंगिनी। हर सँघर्ष में मुस्कान बनूँ मै, मैं तुम्हारी जीवनसंगिनी। प्रखर प्रेम मैं बनूँ तुम्हारा, मैं तुम्हारी जीवनसंगिनी। (Read in Caption) Day: 13 मैं तुम्हारी जीवनसंगिनी तुम्हारी कल्पना का स्वरूप, मैं तुम्हारी जीवनसंगिनी। आई तुम्हारे विश्वास को थाम,