Nojoto: Largest Storytelling Platform

हमारे जिस्म में एक दिल धड़कता है नजाकत से मुख्तलिफ

हमारे जिस्म में एक दिल धड़कता है नजाकत से
मुख्तलिफ हो ही जाते हैं हम इस बेखुद जमाने से
दीदार करने को फलक पर से जब फरिश्ते उतरते हैं
कायनात रोशन होती हैं चिराग उम्मीद के जलते हैं
मेरे होंठो पर तबस्सुम जब खिल कर आती हैं
एक नूर सा चेहरे पर बरबस ले आती हैं
नायाब होती हैं खुशियां कुछ पल की इस जमाने में
एक तमक अधूरी सी है इस दिल के तहखाने में
रूहानियत उनके चेहरे की दिल को लुभाती है
इस दिल की शरर को हवा तो मिल ही जाती है
 हमारे जिस्म में एक दिल धड़कता है नजाकत से
मुख्तलिफ हो ही जाते हैं हम इस बेखुद जमाने से
दीदार करने को फलक पर से जब फरिश्ते उतरते हैं
कायनात रोशन होती हैं चिराग उम्मीद के जलते हैं
मेरे होंठो पर तबस्सुम जब खिल कर आती हैं
एक नूर सा चेहरे पर बरबस ले आती हैं
नायाब होती हैं खुशियां कुछ पल की इस जमाने में
एक तमक अधूरी सी है इस दिल के तहखाने में
हमारे जिस्म में एक दिल धड़कता है नजाकत से
मुख्तलिफ हो ही जाते हैं हम इस बेखुद जमाने से
दीदार करने को फलक पर से जब फरिश्ते उतरते हैं
कायनात रोशन होती हैं चिराग उम्मीद के जलते हैं
मेरे होंठो पर तबस्सुम जब खिल कर आती हैं
एक नूर सा चेहरे पर बरबस ले आती हैं
नायाब होती हैं खुशियां कुछ पल की इस जमाने में
एक तमक अधूरी सी है इस दिल के तहखाने में
रूहानियत उनके चेहरे की दिल को लुभाती है
इस दिल की शरर को हवा तो मिल ही जाती है
 हमारे जिस्म में एक दिल धड़कता है नजाकत से
मुख्तलिफ हो ही जाते हैं हम इस बेखुद जमाने से
दीदार करने को फलक पर से जब फरिश्ते उतरते हैं
कायनात रोशन होती हैं चिराग उम्मीद के जलते हैं
मेरे होंठो पर तबस्सुम जब खिल कर आती हैं
एक नूर सा चेहरे पर बरबस ले आती हैं
नायाब होती हैं खुशियां कुछ पल की इस जमाने में
एक तमक अधूरी सी है इस दिल के तहखाने में
akankshagupta7952

Vedantika

New Creator