कहानी घर के परिंदों की, सब की एक सी ही है, दो मेरे पास भी है, अरमान उनके भी ऊंचाइयां नापने की है, ये बात इंसानों ने ना परिंदों से सीखी है, दर्द शायद इसलिए भी होता ज्यादा है... वरना मैने तो ना, किसी वयस्क परिंदे को मां बाप संग देखा है... #दिनेशपांडेय जमशेदपुर वाले