एक हम हैं जो पागल है उनके हूसन ऐ दिदार के लिए ओर एक वो ईद का चांद बने हुए हैं तो उनको ख्वाबों में भी देखना छोड़ दें क्या तुम मेरी हो मेरी रहोगी ये कहना छोड़ दें क्या tum meri ho -2