निगाहें लो बाधा हो गयी बंधू मेरी लाइव सुनवाई में बहुत कम लोग थे बंधू यहां मेरी अगुआई में बिना अनुचर बिना सहचर भला फिर कौन ही आता निगाहे ही न पड़ती जो तो वाहें कौन फिर भरता मैं ही कहता मैं ही सुनता नोजोटो नाम का होता निगाहे फेर न बैठो मुझे फॉलो करो यारो बिना दरबार के के बाते भला है कौन फिर करता ©दीपेश #फॉलो #लाइवशो #WForWriters