हमारी झोली खुशियों से भरने की खातिर, अपनी ख्वाहिशों को दबाया। बचपन से ही उंगली पकड़कर हमको, चलना सिखाया, हौसलों को बढ़ाया। हमारा भविष्य बनाने की खातिर, पापा ने अपना वर्तमान दांव पर लगाया। हमारे सदा ही मार्ग दर्शक बनकर, हमें सत्य की राह पर चलना सिखाया। स्वार्थ की भावना मिटा कर, हमको जीवन में परोपकार करना सिखाया। जीवन में कर्मवीर बनकर, निरंतर मेहनत करते रहने का जज्बा जगाया। #74Apnirah, पापा पापा के ऊपर 6 पंक्तिया लिखिए । समय सीमा- कल सुबह 8 बजे,(8:00Am) #ourwayofmotive #our_way_of_motive