सर्द दिल हैं और सर्द दिल सनम है वो मेरा दिल की हर धड़कन का साज़ हैं वो मेरा खामोश पड़े ज़ुबा की आवाज़ है वो मेरा हर पहर के हर पल में सर्द दिल जिसे याद करे वो याद है मेरा मेरी हर शायरी के हर लब्ज़ में ज़िक्र है तेरा सर्द दिल के इश्क़ का आगाज़ है वो मेरा काली अंधेरी रात सी मेरा सर्द दिल ऐसे में एक रूहानी चाँद है वो मेरा कैसे शब्दो में बयां करू मैं मेरे सर्द दिल के लिए क्या है वो रूह तक जो उतर चुकी हो वो ज़ज़्बात हैं मेरा,, #december#srddil#day09