// नहीं मुमक़िन // तुमसे मिलकर तुम्हें भुलाना, नहीं मुमक़िन ! दीवाने दिल को समझाना, नहीं मुमक़िन ! हर रस्ता, हर मंज़र रोक पाना, नहीं मुमक़िन ! जाते लम्हों को ठहराना , नहीं मुमक़िन ! दिल की पूरी बातें अक्सर दिल के अंदर दफ़नाना, नहीं मुमक़िन ! मुँह की बात ज़ुबाँ पर लाना, नहीं मुमक़िन ! जो हम चाहें वो तुम चाहो, नहीं मुमक़िन ! रस्मों की दीवार गिराना, नहीं मुमकिन ! #नहींमुमकिन #प्यारएकएहसास #मेरीकवितामेरादर्द #suchitapandey // नहीं मुमक़िन // तुमसे मिलकर तुम्हें भुलाना, नहीं मुमक़िन !