"बाट कर सब ग़म और खुशियाँ, मैं तेरा हमदर्द बन जाऊं। जिस्म की चाहत, तो फ़रेब है, मैं तेरी रूहों में उतर जाऊं। इतने पास रहूँ तुम्हारे, ना किसी और को नज़र आऊं। छाया बन कर मैं तुम्हारा, बुरे छायो से तुम्हें बचाऊं। माना मोहब्बत में मिलावट, होने लगी है आजकल, तुमसे एहसासों के बंधन में जुड़ जाऊं। इश्क़ लिखा गया है नसीब से, तेरी बाहों में हमेशा के लिए बिखर जाऊं।" - Jaan-e-Ghazal 🖋️ ©Prince Mahi मोहब्बत में मिलावट ❤️