"औरत अपने प्रति आने वाले प्यार औऱ आकर्षक को समझने में चाहे एक बार भूल कर जाए, लेकिन वह अपने प्रति आने वाली उदासी औऱ अपेझा को पहचाने में कभी भूल नहीं करती ।" -धर्म वीर भारती-