सब आ गये बस तेरे आने की राह बाकी है चकोर को चांद को पाने की चाह बाकी है मत हो उदास तु भी खिलेगा जरूर पलास बस पतझड आने कुदरत की आह बाकी है. ... संजय अश्क बालाघाटी 9753633830 #Sapne_ka_ghar