Nojoto: Largest Storytelling Platform

#OpenPoetry कुछ करण धरण न कोनी....जिंदगी न सक्सेस

#OpenPoetry कुछ करण धरण न कोनी....जिंदगी न सक्सेस करण की जी म तो ह...पर आगे चालण का मन नही करता....
सायद इसे इसे माणस बहोत होंगे...
टूट रे ह भीतर त...जो गोडे टेक रे ह खुद ये की जिंदगी आगे....पर के करे वे कुछ टुटे होये हिस्से आगे नही जाण देण लाग रे ...हर कोशिश करके देख ले ह..पर नही..😞
तो एक टारगेट पहला खुद का ये बणा लो....वो महीने आळे दिन सैलरी लेण का नही....बल्कि खुद न हर रोज उस टुटे होये हिस्सा न एक एक करके उस कामयाबी आळे रास्ता प त हटाण का....
मुश्किल जरूर ह...पर परिवार के कामा प उसी ये लग्न लगाओ..जीसी लग्न थामने पिछे किसे खातर कुछ करण खातर लगाई थी...
या उम्र ईण चिज्या त हार मान के बैठण की नही ह....ईबे तो आगे जिंदगी म भोत घणे नोटिफिकेशन आवँगे ....
एक बार उण न सोच के देखो..…✌🏼✌🏼🙏
#OpenPoetry कुछ करण धरण न कोनी....जिंदगी न सक्सेस करण की जी म तो ह...पर आगे चालण का मन नही करता....
सायद इसे इसे माणस बहोत होंगे...
टूट रे ह भीतर त...जो गोडे टेक रे ह खुद ये की जिंदगी आगे....पर के करे वे कुछ टुटे होये हिस्से आगे नही जाण देण लाग रे ...हर कोशिश करके देख ले ह..पर नही..😞
तो एक टारगेट पहला खुद का ये बणा लो....वो महीने आळे दिन सैलरी लेण का नही....बल्कि खुद न हर रोज उस टुटे होये हिस्सा न एक एक करके उस कामयाबी आळे रास्ता प त हटाण का....
मुश्किल जरूर ह...पर परिवार के कामा प उसी ये लग्न लगाओ..जीसी लग्न थामने पिछे किसे खातर कुछ करण खातर लगाई थी...
या उम्र ईण चिज्या त हार मान के बैठण की नही ह....ईबे तो आगे जिंदगी म भोत घणे नोटिफिकेशन आवँगे ....
एक बार उण न सोच के देखो..…✌🏼✌🏼🙏