क्यूँ नही रहते मिल जुल कर सब हिंदुस्तान में सूरज चंदा सितारे जैसे रहते हैं आसमान में सूरज दिन का मालिक चाँद सितारे रात के क्यूँ नहीं छू लेते तुम आसमान हौसलों की उड़ान से गुब्बारे से गाल लिए बादल आसमान में बैठे हैं सर पर हाथ धरे किसान यहाँ धरा पर रोते हैं जाने क्यों नहीं बरसते तुम काले काले बादल कितनी आस लगाए तुम से छोटे छोटे बच्चे भी रहते हैं प्रतियोगिता - 31 #vkpoetry #collabwithvkpoetry 🏵️ कैप्शन को ध्यानपूर्वक पढ़कर रचना करें 👇 ~ आप सभी का स्वागत है प्रतियोगिता में।