मोहब्बत के छत पर उतरा , अपना जहाज लेकर सोचा उड़ेगे आसमां मे अपना प्यार लेकर पर खफा हो गयी वह हमसे थोड़ा सा दूर जाकर अब इस दिल को कौन समझाए कि वह दूसरो के लिए बनी है इस दुनिया मे आकर अनुराग वर्मा "अनु" मोहब्बत का जहाज लेकर