सुन तेरे ऊपर, नई किताब लिख रहा हूॅं, मदहोशी के आलम में, दिल की बात लिख रहा हूॅं। ढूॅंढ ली है मैंने वो जगह, जहाॅं तेरा डर किसी को है नहीं, मयखाने में बैठ कर, जिंदगी, तेरी औकात लिख रहा हूॅं।। ©Arc Kay #Shaayavita #Zindagi #aukaat #maykhana #Dar #dilkibaat