निष्ठुरता को तरलता में बदलना है....
क्यों न आज एक अलग-सी मुलाकात हो जाये,
कितने दिन बीते तुझे मेरे करीब आये,
आज अधरों के मिलने भर पर शांत नहीं होना मुझे,
अबकी तो सम्पूर्ण संभोग की तलब है मुझे,
तुझे चूमते हुए कपड़े कब सरकते हैं इसका ख्याल न रखना है मुझे,
बस तुझमें पूरी तरह खोना है मुझे,
तुझे चूमते हुए मुझे नीचे को सरकने देना, #Love#wordporn#bold#kiss#fantasy#erotica#expressive#बेबाक़#bedroomdiary