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तेरे दिल के क़रीब आना चाहता हूं मैं अब तुमको और न

तेरे दिल के क़रीब आना चाहता हूं मैं 
अब तुमको और नहीं खोना चाहता हूं मैं
अकेले इस तन्हाई का दर्द बर्दाश्त नहीं होता ,कि एक
आजा तुझे लिपट कर रोना चाहता हूं मैं

©Radhaakashyap
  #ArjunLaila #इंतजार #दर्द