*दर्द क्या होता है* दर्द क्या होता है ये तुम क्या जानो तुम्हारी नज़र में तो मर्द को दर्द नहीं होता.. चाहे कितने ही कुचले जाए उसके अरमान चाहे कितने भी झेले हों उसने सितम तुम्हें तो कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि तुम्हारी नज़र में वो एक जिस्म तो है पर उस जिस्म में रूह नहीं होती दर्द क्या होता है ये तुम क्या जानो क्योंकि तुम्हारी नज़र में मर्द को दर्द नहीं होता...