मन बंजारा सा दिल आवारा सा, स्वच्छन्द उडानें भरता वो बचपन प्यारा सा,गली-गली खेले हर आंगन महकाए चिंता नहीं क्षणिक भर भी हर पल आवारा सा। #मनबंजारा