न कहती बोलकर वह लेखनी में प्रीत भरती है, विरह सुख घोलकर वह आर्ष के हृद में सिमरती है । समाहित हो शबद के सार में वृन्दा विचरती है, प्रकीर्णित हो तमस के हार में रश्मि निखरती है ।। इस शब्दहीनता में भी अनकही बातें तो सदैव चलती रहती हैं.. मेरी.. तुम्हारी.. हमारी.. Much Love.. 😄💝💝😄 #yqdidi #life #speechlesslove #yqpoetry #missingyou #yqbaba #heartbeat #शब्द