इतिहासों की तुच्छ किताबें, अकबर को श्रेष्ठ बताती हों। गौरवगाथा छोड़ सिंह की, सब गीदड़ के गुण गाती हों। पर राणा जैसी सब कहते, और किसी में बात नहीं। उस क्षत्रिय को झुका सके, मुगलों की औकात नहीं। मुंड काटते रहे शत्रु का, पल - भर राणा रुके नहीं। जगदम्बा के सिवा किसी के, आगे राणा झुके नहीं। ©अभिजित त्रिपाठी #राणा #प्रताप #SunSet