डूबता हुआ सूरज हर शाम मुझे रुला जाता है, ऐसे लगता है जैसे कोई हर रोज मुझे भुला जाता है खोती हुई लालिमा मेरे चेहरे को ऐसे आकर छूती है रीत मुझे मेरे हकीकत से मिला जाता है। रीत की कलम से✍️ ©Reet ki kalam se(Dr Reet Rao) #desert मुझे आज भी वो पल रुला जाता है #रीतकीकलमसे #रीत