कोई जीने की सिफारिश मत करो सारी ख्वाहिशें राख हो गई कई साल गुजारे उसकी यादो मे अब यादें भी नाराज हो गई आँखे बंजर हो गई सांसे थम थम के आती है जलता चराग हवा का झोंका पाया सनसनी रात हो गई आला उम्दा एतमाद से भरपूर थी गाठियाँ नजर किसकी लगी हंसती जुबां बदहवास हो गई और चमकेंगे सितारे तो इधर अंधेरा छायेगा चमकती बस्तियाँ मेरी जाने कब खाक हो गई।। #pyaar#EQ#Love#Emotion#gazal#poetry#saduotes#lovequotes#ooetry#poem#rachna#gazal#breakup#adhooriaarzoo#mohabbat#dhoka#trending#sadshayri#emotionalsher#gazallover#gazal#ibadat.