खड़ी हूं दो रहे पे ना धूप है ना छाव है बस जहां जाना नहीं चाहती वहीं गम की गवां है बेह रही हूं एक विशाल समुद्र में और मेरे पास बास एक टूटी सी नाव है खड़ी हूं दो रहे पे ना धूप है ना छाव है #Feeling Incomplete #Soul of love ~Sana #MyCondition🤐🤐🤐😞 Himmat Singh Rajput Divya Kumari