मर जाये जब हम तो कमरे में पडे़ मेरी रद्दिया बेच देना इतने अल्फाज़ तो हमने लिख डाले है कि उसकी कीमत से तुम्हारी सारी ख्वाहिशे पूरी हो जायें..!! # बस जिन्दगी में यही कमाना है, शायरी से शुरू हुये सफ़र को साहित्य तक पहुंचाना है..✍️