मैं ढूंढता अरदास्ता, संग तेरे प्यार का वास्ता। मैं पागल था हो गया, हां तुझमें था खो गया। कहानी तेरी हर रूप की, था मैं उसको निहारता। क्यों छोड़ तू चली गई, दे प्यार का वास्ता। यूं बातें बनाकर, बीच मझधार मे फंसाकर। क्यों छोड़ तू चली गई, था मैं तुझको पुकारता। मै ढूंढ़ता अरदास्ता, संग तेरे प्यार का वास्ता।। # तेरी याद आती है...